इस योजना के अन्तर्गत तेलहन, दलहन बीज उत्पादन के लिए 60 प्रतिशत एवं अन्य बीज उत्पादन के लिए 50 प्रतिशत अनुदान मिलता है।
बीज ग्राम योजना
इस योजना का प्रारंभ वर्ष 2008-2009 में किया गया है।
(i) उद्देश्य किसानों के माध्यम से गाँव में ही बेहतर किस्म के बीज का उत्पादन कराना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है।
(ii) लाभार्थी- प्रत्येक प्रखंड में एक एक गाँव का चयन किया जाता है।
(iii) लाभ का अंश- चयन किए गये गाँव के सभी किसानों को जरूरत के किसान को धान, गेहूँ या दलहन के उन्नत प्रजाति के बीज 50 प्रतिशत अनुदान पर दिये जाते हैं।
(iv) प्रक्रिया- गाँव का चयन जिला कृषि पदाधिकारी के द्वारा किया जाता है। चयनित गाँव 25 एकड़ रकवा का होता है नहीं तो बगल के गाँव को शामिल किया जाता है।
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एकीकृत ग्राम योजना- इस योजना के तहत तेलहन, दलहन औ अन्य बीज के उत्पादन की सहायता के लिए 60 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है।
बीज ग्राम योजना- इस योजना के अन्तर्गत तेलहन, दलहन बीज उत्पादन के लिए 60 प्रतिशत एवं अन्य बीज उत्पादन के लिए 50 प्रतिशत अनुदान मिलता है।
अनुदान देय है। मे०ट० प्रतिवर्ष-1000-6.40 लाख, 2000-12.80 लाख, 3000-20, 0 लाख अनुदान देय है।
(v) जैव उर्परक उत्पादन पब्लिक सेक्टर तथा प्राईवेट सेक्टर को 40 प्रतिशत अधिकतम 64 लाख रूपये अनुदान देय है।
(vi) गोबर / बायो गैस संयंत्र (प्री-फैब्रिकेटेड / मे०वी०आई०सी० मॉडल) 02 घनमीटर क्षमता । लागत मूल्य का 50 प्रतिशत अधिकतम 19,000/- रूपया तथा शौचालय से संबद्ध करने पर लागत मूल्य का 75 प्रतिशत अधिकतम 28,000/- रूपया अनुदान देय है।
(Vil) वर्मी कम्पोस्ट वितरण-3/- रूपया प्रति किलोग्राम अनुदान देय है।