आप क्या चाहते हैं और उसे पाने के लिए आपको कौन से कदम उठाने होंगें | सफलता का एक महान नियम जाने, Motivational
सबसे मुश्किल काम, सबसे पहले कम समय में ज्यादा काम करने और टालमटोल छोड़ने के बेहतरीन तरीके
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हर दिन की योजना पहले से बना लें
योजना बनाने का मतलब भविष्य को वर्तमान में लाना है, ताकि आप उसके बारे में इसी वक्त कुछ कर सकें ।- एलन लेकीन
आपने यह पुराना मजेदार सवाल सुना होगा “आप हाथी को कैसे खा सकत है?” जवाब है, “एक बार में एक-एक निवाला!”
अब बताएं आप अपने सबसे बड़े सबसे बदसूरत मेंदक को कैसे निगलेगे उसी तरह | आप उसे कदम-दर-कदम निश्चित गतिविधियां में बांट लेते है और इसके बाद पहला कदम से शुरू करते हैं ।
टालमटोल छोड़ने और उत्पादकता बढ़ान के लिए विचार करने योजना बनाने व निर्णय लेने की मानसिक क्षमता सबसे शक्तिशाली साधन है । लक्ष्य तय करने योजना बनाने और उस पर अमल करने की काबिलियत से ही आपकी जिंदगी की दिशा तय होती है । इससे आपकी मानसिक शक्तियों का ताला खुल जाता है, रचनात्मकता प्ररित होती है और मानसिक व शारीरिक ऊर्जा बढ़ती है ।
इसके विपरीत “चीजों पर पूरी तरह सोच-विचार किए बिना काम करना समस्याओं का मूल स्रोत है।” काम करने से पहले अच्छी योजना बनाने की योग्यता आपकी सकल क्षमता का पैमाना है । आपकी योजना जितनी बेहतर होगी टालमटोल से उबरना शुरुआत करना अपना मेंदक निगलना और फिर आगे बढ़ना उतना ही आसान होगा ।
ऊर्जा के बदले मिलने वाले लाभ की दर बढ़ाएं
किसी भी काम में आपका एक प्रमुख लक्ष्य यह होना चाहिए कि अपनी मानसिक भावनात्मक और शारीरिक ऊर्जा पर सवाधिक संभावित लाभ (Return on Energy) पाएँ। अच्छी खबर यह है कि योजना बनाने में लगा हर मिनट अमल के दस मिनट बचा सकता है । पूरे दिन की योजना बनाने में सिर्फ 10-12 मिनट का समय लगता है लेकिन समय का यह छोटा सा निवेश आपके दो घंटे (100 से 120 मिनट) बचा लेगा क्योंकि दिन भर आप यूँ ही वक्त बर्बाद नहीं करेंगे और निरर्थक काम नहीं करेंगे ।
शायद आपने छह-पी वाला फॉर्मूला सुना होगा : “समुचित पूर्व याजना खराब प्रदर्शन से बचाती है ” (Proper Prior Planning Prevents Poor Performance) योजना से उत्पादकता और परदर्शन बढान में बहुत मदद मिलती है । हैरानी की बात यह है कि बहुत कम लोग ही हर दिन इसका अभ्यास करते है । वास्तव में योजना बनाना बहुत आसान होता है। इसके लिए ना सिर्फ कागज-पेन की जरूरत होती है । आधुनिक पाम पायलट कंप्यूटर परोगराम या टाइम प्लानर इसी सिद्धांत पर बन है । हर चीज की बुनियाद यही है कि शुरू करने से पहले आप सारे कामों की सूची बना लें |
हर दिन दो अतिरिक्त घंटे
हमेशा सूची बनाकर ही काम करें । जब कोई नया काम आए तो उसे करने से पहले सूची में जोड़ दें । जब आप सूची बनाकर काम करने लगते है तो आप अपनी उत्पादकता और परिणामों को 25 परतिशत या इससे ज्यादा भी बढा सकते है। इसका मतलब यह है कि आपको हर दिन लगभग दो घंटे का अतिरिक्त समय मिल जाएगा।
रात को ही अगल दिन की कार्य-सूची बना लें । इस सूची में हर वह काम लिख ले जिसे आप अब तक पूरा नहीं कर पाए हैं । इसके अलावा वे काम भी लिख लें जो आपको अगले दिन करने है । एक रात पहल सूची बनान से यह फायदा होता है कि नीद में भी आपका अवचेतन मन इस सूची पर रात भर काम करता रहेगा । अक्सर सुबह जागने पर आपके मन में एक नया विचार आएगा जिसकी बदौलत आप अपना काम अनुमान से ज्यादा तेजी से और अच्छे ढंग से कर सकत है । आप अपने हर काम की लिखित सूची बनान में जितना ज्यादा समय दंगे उतने ही ज्यादा असरदार और कार्यकुशल बनेगे |
हर उद्देश्य के लिए अलग सूची
अलग-अलग उद्देश्य के लिए अलग-अलग सूचियां बनानी चाहिए । सबसे पहले तो आपको एक मास्टर लिस्ट बनानी चाहिए ।
इसमें मन में आने वाली हर वह चीज लिख लें जिसे आप भविष्य में कभी करना चाहत है । यह वह जगह है जहाँ आप आने वाल हर नए विचार काम या जिम्मदारी को लिखते है । जाहिर है बाद में आप इन कामों का व्यवस्थित भी करते है।
दसरा आपके पास एक मासिक सूची होनी चाहिए । हर महीने के अंत में आप अगल महीने की सूची बनाते हैं । इसमें आप अपनी मास्टर लिस्ट के काम शामिल कर सकते हैं । तीसरा आपके पास एक साप्ताहिक सूची भी होनी चाहिए । इसमें आप आने वाले पूर हुफ्त की योजना बनाते हैं । जैस-वे आपका हफ्ता गुजरती है. इस सूची में फेरबदल भी हो सकता है।
समय-नियोजन का अनुशासन आपके लिए काफी मददगार हो सकता है । कई लागों ने मुझे बताया है कि हर वीकएंड में दो घट तक अगले सप्ताह की योजना बनाने से उनकी उत्पादकता बहुत बढ़ गई और उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल गई । यह तकनीक आपको भी इतना ही फायदा पहुंचाएगी ।
अंत में आपको अपनी दैनिक सूची तैयार करनी चाहिए । इसमें आप मासिक और साप्ताहिक सुचियों के काम शामिल करते हैं । ये वे खास काम है, जिन्हें आपका अगले दिन करना है ।
दिन में जैसे-जैसे काम निबटते जाएं उन्हें सूची से काटते जाए । कट हुए काम देखन से आपका अपनी कर्मठता और उपलब्धि की साफ तस्वीर दिखती है । इससे सफलता और परगति की भावना पैदा होती है । सूची में काम निबटने देख आपको पररणा और ऊर्जा मिलती है । आपका आत्म-गौरव और आत्मसम्मान बढ़ता है । निरंतर होने और दिखने बाली परगति आपको आगे धकेलती है और टालमटोल छोड़ने के लिए परेरित करती है ।
किसी प्रोजेक्ट की योजना बनाना
मान लें आप कोई परोजेक्ट करने वाले हैं । शुरुआत सूची बनाने से करें आपको प्रोजक्ट पूरा करने के लिए शुरू से अंत तक क्या करना होगा इसके हर कदम की सूची बना लें। इन कदमों को पराथमिकता और करम के आधार पर जमा लें । प्रोजक्ट कागज या कंप्यूटर पर बनाएं, ताकि आपको हर कदम और काम साफ दिखे । फिर एक बार में एक काम पर मेहनत करने में जुट जाएं । इस तरीके से आप इतना ज्यादा काम कर लेगे कि सुद हैरान रह जाएंगे ।
सूचियां बनाकर काम करने से आप ज्यादा असरदार और कार्यकुशल महसूस करेंगे । आपको अपने जीवन पर ज्यादा नियंतरण महसूस होगा । आप स्वाभाविक रूप से और ज्यादा काम करने के लिए प्रेरित होंगें | आप ज्यादा रचनात्मकता से सोचेंगे और आपको बेहत्तर ज्ञान मिलेगा जिसकी बदौलत आप और भी ज्यादा तेजी से काम कर पाएंगे |
सुचियां बनाकर उनके हिसाब से निरंतर काम करने से आपका सकारात्मक परगति का एहसास होगा। इसकी बदौलत टालमटाल की बुरी आदत छूट जाएगी प्रगति का यह एहसास आपका ज्यादा ऊर्जा देता है और दिन भर तरक्की की राह पर चलाता रहता है ।
10/90 का नियम व्यक्तिगत परभाव का महत्वपूर्ण नियम है । यह नियम कहता है कि शुरू करने से पहले ही काम की योजना बनाने और व्यवस्थित करने में आप जो शुरुआती 10 परतिशत समय लगाते है उससे बाद काम करते वक्त आपका 90 प्रतिशत समय बचेगा । बस इस नियम को एक बार आजमाकर देख ले । आप खुद ही इसका लोहा मान लगे |
जब आप हर दिन की योजना पहले से ही बना लेते है तो आगे बढ़ना और लगातार बढ़ना ज्यादा आसान हो जाएगा काम पहले से ज्यादा तेजी से और सुचारू ढंग से होगा। आप ज्यादा शक्तिशाली और सक्षम महसूस करेंगे आप अनुमान से कहीं ज्यादा. तेजी से ज्यादा काम निपटा पाएंगे । अंततः आपको कोई नहीं रोक पाएगा ।
हर सुबह एक मेढक निगल लें ।
1. अगले दिन सप्ताह और महीने की योजना पहले से बना ले आज ही नोटपेड या 1 कागज ले (या फिर पीडीए या ब्लैकबरी का इस्तेमाल करें)। हर उस काम की सूची बना लें जो आपको अगले चौबीस घंटा में करने हैं । इसमें सामने आने वाले नए काम भी जोड़ लें । अपने भविष्य के लिए महत्वपूर्ण परोजक्टस और मल्टी टास्क कामों का भी इसमें शामिल करें ।
2. अपने सभी परमुख लक्षय, परोजेक्ट्स या कामों को पराथमिकता- सबसे महत्वपूर्ण क्या है- के आधार पर लिख लें । इसके बाद उन्हें करम में जमा लें कौन सा काम सबसे पहल करना है, कौन सा दूसरे नंबर पर और इसी तरह अंत का ध्यान में रखकर शुरू करें और वहीं से पीछे चलकर वर्तमान बिंदु तक आएँ।
कागज पर सोचे ! हमेशा सूचि बनाकर काम करें । इससे आपकी उपलब्धि का स्तर इतना बढ़ जाएगा और आपके लिए मेंढक खाना इतना आसान हो जाएगा कि आप खुद हैरान रह जाएंगे ।