नवार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक)
लाभार्थी- छोटे किसान, काश्तकार, बटाईदार तथा मौखिक पट्टेदार किसान
संयुक्त दैयता समूह योजना इस योजना का प्रारंभ वर्ष 1992 में नवार्ड (राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक) के द्वारा प्रारंभ किया गया है।
लाभार्थी- छोटे किसान, काश्तकार, बटाईदार तथा मौखिक पट्टेदार किसान
लाभ का अंश –
(1) खेती करने के लिए कम दर पर ऋण उपलब्ध ।
(2) खेती के कार्यों को बड़े पैमाने पर कर पाना ।
(3) समुचित खेती तकनीकी तक पहुँच ।
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प्रक्रिया- स्वंयसेवी एजेंसियाँ / गैर सरकारी संगठन / किसान क्लब / प्राथमिक कृषि सहकारी
योजना का लाभ-
(1) चयनित किसानों को उनकी पसंद के अनुसार पौधे निःशुल्क उपलब्ध कराया जाता है।
(2) वृक्षारोपण एवं उसकी देखभाल की तकनीकी जानकारी दी जाती है।
(3) पौधे की देखभाल के लिए प्रति पौधा 10 रू० द्वतीय एवं 15 रू० तृतीय वर्ष में दी जाती है।
(4) वृक्षा रोपण पूरे खेत में 2 मी० गुणा 2 मी० या 3 मीटर गुण 3 मीटर की दूरी पर लगाई जाती है। ताकि उस खेत में और कोई दूसरा पौध लगाया जा सके।
(5) पौधों का सम्पूर्ण अधिकार किसान को है।
आवेदन- प्रति वर्ष विज्ञापन निकाला जाता है आवेदन स्थानीय वन क्षेत्र कार्यालय में तथा वन प्रमंडल पदाधिकारी के कार्यालय में जमा किया जाता है। इस मद से उपलब्ध करायी गयी राशि से यात्रा एवं बीज क्रय और परिवहन मद में व्यय किया जायेगा ।